सरकार ने पशुपालकों को प्रोत्साहन देने के लिए Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana की शुरुआत की है। जिसके तहत प्रति लीटर दूध पर 5 रूपये की सब्सिडी दी जाती है।
इस योजना के माध्यम से राजस्थान सरकार पशुपालकों की आय में वृद्धि करने और पशुपालन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार पशुपालकों को प्रति लीटर दूध बेचने पर 5 रूपये तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
राजस्थान सरकार ने इस योजना के लिए कुल 500 करोड़ रूपये का बजट आवंटित किया है। जिसके तहत सभी पशुपालकों को इस योजना का लाभ मिल सके।
इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य राज्य के किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करना है। और उनकी वित्तीय समस्याओं का समाधान करना है।
अगर आप राजस्थान के निवासी हैं और कृषि या पशुपालन का व्यवसाय करते हैं तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इस लेख को अंत तक जरुर पढ़ना होगा।

मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना क्या है
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान के किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करने के लिए मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना को शुरू किया गया है। इस योजना की शुरुआत 1 फरवरी 2019 को की गई है।
पMukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana के तहत सरकार पशुपालकों को दूध बेचने पर प्रति लीटर 5 रूपये की सब्सिडी प्रदान कर रही है। ताकि पशुपालन को प्रोत्साहित किया जा सके।
इस योजना के तहत सब्सिडी लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे जमा कर दी जाएगी। जिससे राज्य के लगभग 50,000 पशुपालकों और किसानों को लाभ मिलेगा।
इस योजना की शुरुआत के समय किसानों को प्रति लीटर दूध बेचने पर 2 रूपये की सब्सिडी प्रदान की जाती थी। अब इसको सरकार ने बढ़ाकर 5 रूपये प्रति लीटर कर दिया है।
इस योजना के माध्यम से सरकार अधिक से अधिक पशुपालकों को लाभ देने का प्रयास कर रही है। इस योजना के कुल 500 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।
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Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana: Highlight
योजना का नाम | Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana |
शुरू की गई | राजस्थान सरकार द्वारा |
उद्देश्य | किसान व पशुपालक की आय में वृद्धि करना |
लाभार्थी | राज्य के किसान एवं पशुपालक |
अनुदान राशि | दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर अनुदान |
लाभार्थियों की संख्या | 5 लाख |
राज्य | राजस्थान |
शुरुआत | 1 फरवरी 2019 |
विभाग | पशुपालन विभाग |
Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana का उद्देश्य
राजस्थान सरकार द्वारा Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करना है।
इसके साथ ही पूरे देश में प्राकृतिक दूध की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है। इस योजना के तहत सरकार दूध बेचने पर पात्र लाभार्थियों को प्रति लीटर 5 रूपये की सब्सिडी प्रदान कर रही है।
इस योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेज दी जाएगी। यह योजना राज्य के किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करने के लिए शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना की विशेषताएँ
Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana के तहत किसानों और पशुपालकों आय में वृद्धि का अवसर मिलता हैं। इस योजना की निम्नलिखित विशेषताएं हैं
- इस योजना के तहत पशुपालक किसानों की आय म सुधार किया जाता है।
- पहले इस योजना के तहत प्रति लीटर दूध बेचने पर 2 रूपये दिए जाते थे अब इसको प्रति लीटर 5 रूपये की सब्सिडी राशि कर दी गई है।
- राजस्थान सरकार द्वारा इस योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
- पशुओं के चारा गुणवत्ता की जांच के लिए एक आधुनिक प्रयोगशाला का विकास किया जाएगा।
- युवाओं को रोजगार प्रदान करने और डेयरी उत्पादन के विचारों को प्रोत्साहित करने के लिए 10,000 डेयरी बूथ की स्थापना।
- राजस्थान के हर गाँव के ग्राम पंचायत में नदी शाला का निर्माण।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के लाभ
इस योजना के माध्यम से सरकार किसानों और पशुपालकों को अनेक प्रकार के लाभ प्रदान कर रही है। जो निम्न प्रकार है
- इस योजना के तहत सरकार पशुपालक किसानों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।
- दूध बेचने पर प्रति लीटर 5 रूपये की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
- Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana के तहत राज्य के समस्त पशुपालकों को पशुपालन करने पर सरकार आर्थिक सहायता राशि प्रदान कर रही है।
- राशि को लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेज दी जाएगी।
- राजस्थान में लगभग 50,000 पशुपालकों और किसानों की आय में वृद्धि।
- राज्य में दूध उत्पादन में वृद्धि की जाएगी।
- पशुपालन में शामिल लाभार्थियों की आत्मनिर्भरता और सशक्तता जिससे उनके दूध उत्पादों के लिए बेहतर मूल्य मिले और आय बढ़े।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के लिए पात्रता
इस योजना के लिए सरकार ने निम्न पात्रता को निर्धारित किया है
- इस योजना के लाभार्थी को राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है।
- इस योजना के लिए केवल पशुपालक और किसान ही पात्र है।
Mukhymantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana के लिए दस्तावेज़
इस योजना के लिए आवेदन के लिए आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज़ होने चाहिए।
- आधार कार्ड
- मूल निवास प्रमाणपत्र
- आय प्रमाणपत्र
- बैंक खाता का बयान
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- मोबाइल नंबर आदि।
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मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत आवेदन कैसे करें
राजस्थान सरकार द्वारा पशुपालकों और किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए Mukhyamantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana की शुरुआत की गई है। जिससे कि पशुपालन को प्रोत्साहित किया जा सके।
इस योजना के लिए लाभार्थी को किसी भी प्रकार के आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। इसके बजाय उसको डेयरी बूथों पर जाकर दूध को बेचना चाहिए। इसके बाद उन्हें इन बूथों के माध्यम से प्रति लीटर 5 रूपये की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।
यह अनुदान सुनिश्चित करता है कि लाभार्थी अपने दूध के लिए उचित कीमत और उच्च मूल्य प्राप्त कर सकें। इस सीधी प्रक्रिया के माध्यम से व्यक्तिगत आवेदक इस योजना के लाभों को सरलता से प्राप्त कर सकते हैं।
FAQ-
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना की शुरुआत कब की गई?
इस योजना की शुरुआत 1 फरवरी 2019 को की गई थी। इस योजना के तहत, राजस्थान सरकार पशुपालकों द्वारा दूध बेचने पर प्रति लीटर 5 रुपये की सब्सिडी प्रदान करेगी ताकि पशुपालन को प्रोत्साहित किया जा सके।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के अंतर्गत दूध बेचने पर कितनी अनुदान राशि प्रदान की जाती है ?
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के अंतर्गत प्रति लीटर दूध को बेचने पर राजस्थान सरकार 5 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से अनुदान राशि प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री दूध उत्पादक संबल योजना के माध्यम से राज्य के कितने पशुपालकों को इस योजना का लाभ मिलेगा?
जिससे राज्य में लगभग 50,000 पशुपालकों और किसानों को लाभ मिलेगा।राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, ताकि पात्र लाभार्थियों को इसके लाभ मिल सके।